ये कैसा भूमि पुत्र है जो आजतक कभी भूमि पर दिखाई ही नहीं दिया: भारती घोष
डेस्क: 13 मार्च शनिवार को पश्चिम मेदिनीपुर के डेबरा से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी भारती घोष चुनावी प्रचार के लिए डेबरा पहुंची. वहां उन्होंने एक रैली भी की. रैली के बाद वे कई छात्राओं से भी मिली. उनसे मिलकर उन्होंने उन्हें अच्छे से पढ़ाई लिखाई करके कुछ बनकर दिखाने को कहा.
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने रोजगार को लेकर भी चिंता जताई. उनके अनुसार लगभग 60% छात्र-छात्राओं को नौकरी मिलनी ही चाहिए. उन्होंने यह आश्वासन दिया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बंगाल में भाजपा के आने के बाद सबसे पहले रोजगार की समस्या को दूर की जाएगी.
बातचीत के दौरान उन्होंने डेबरा इलाके कि कई कमियों को गिनाया. साथ ही उन्होंने भरोसा भी दिलाया उनके जीत जाने के बाद वे इन सभी कमियों को दूर करके दिखाएंगी. जब उनसे हुमायूं कबीर के खुद को भूमि पुत्र कहे जाने को लेकर सवाल किया गया, तब उनका जवाब सुनने लायक था. इस पर भारती घोष ने कहा- “यह सुनते-सुनते मेरे कान सड़ चुके हैं. यह कैसा भूमिपुत्र है जो आज तक कभी भूमि पर दिखाई ही नहीं दिया!”
उनके अनुसार असली भूमि पुत्र अब्दुल कलाम व भीमराव अंबेडकर जी हैं, जिन्होंने इस भूमि के लिए कुछ किया है. उनका मानना है कि किसी को भी भूमिपुत्र कहने से पहले यह देखना होगा कि उसने इस भूमि के लिए क्या किया है.