जबरन देह व्यापार में धकेली गई बांग्लादेशी महिला को सीमा पार करते बीएसएफ ने किया गिरफ्तार
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कोलकाता: दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध तरीके से पार करने की कोशिश करते एक बांग्लादेशी महिला व उसके दो बच्चों को पकड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि तीनों को तीन अगस्त, मंगलवार की सुबह करीब तीन बजे उस वक्त पकड़ा गया जब वे बीएसएफ की सीमा चौकी अमुदिया, 112वीं बटालियन के इलाके से सीमा लांघ कर भारत से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ में महिला ने दावा किया कि एक बांग्लादेशी युवक ने उसे भारत में काम दिलाने का झांसा देकर यहां लाया और उसे गुजरात के सूरत में देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया।
महिला अब इस धंधे से निकल कर वापस बांग्लादेश लौट रही थी। बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि नियमित गश्त ड्यूटी के दौरान जवानों ने कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जो बांग्लादेश की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ पार्टी ने उन्हें रोका और पहचान पत्र मांगा, तो वे अपनी पहचान साबित करने के लिए कोई कानूनी दस्तावेज पेश करने में विफल रहे। तब पार्टी ने महिला व उसके साथ दो बच्चे को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार महिला का नाम सानिया बेग़म (28) है। महिला ने दावा किया कि वह बांग्लादेश के नरेल जिले की रहने वाली है। उसके साथ पकड़े गए बच्चे की उम्र दो व पांच वर्ष है।
प्यार में मिला धोखा, जबरदस्ती देह व्यापार में दोस्त ने धकेला
प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार महिला सानिया बेग़म (काल्पनिक नाम) ने बताया कि लगभग दो साल पहले, उसके पति की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी और कुछ समय बाद वह एक बांग्लादेशी नागरिक लालू शेख से प्यार करने लगी। लालू ने उससे वादा किया कि वह उसे भारत में अच्छा काम दिलवाएगा और उसे अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत ले आया। उसने बताया कि वह (संतोष पांडेय) रिद्धि सिद्धि बिल्डिंग, पंडिसारा, सूरत, गुजरात में रही। वहां कुछ महीने उसने किसी के घर में काम किया और उसके बाद लालू ने उसे जबरदस्ती देह व्यापार के काम में (बेशु चौकरी) वेश्यालय, सूरत, गुजरात में भेज दिया।
लगभग चार महीने देह व्यापार का काम करने के बाद उसने यह काम करने से मना कर दिया और वापस अपने घर जाने का फैसला लिया। वह भारतीय दलाल बुल्ला मंडल और मल्लिका की मदद से अपने दो बच्चों के साथ अवैध तरीके से सीमा को पार कर बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रही थी कि बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए महिला व दोनों बच्चों को स्वरूपनगर थाने को सौंप दिया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ
इधर, 112 वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट नारायण चंद्र ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्ति करते हुए उनकी पीठ थपथपाई, जिसके परिणाम स्वरूप तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके सैनिकों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है। उन्होंने बताया कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने मानव तस्करी के विरुद्ध एक सख्त रुख अपनाया हुआ है, जिसमें हमारी बटालियन उनका भरपूर साथ दे रही है।