ममता ने बताया अपना गोत्र, ओवैसी ने किया ममता पर पलटवार
डेस्क, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां अपनी चरम सीमा पर है। एक तरफ जहां स्वयं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व्हीलचेयर पर बैठकर जनता को संबोधित करती हुई नजर आ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के दिग्गज नेता स्वयं गृह मंत्री अमित शाह, मिथुन चक्रवर्ती जैसे बड़े-बड़े लोग बीजेपी के समर्थन में प्रचार प्रसार करने के लिए बंगाल में लगातार नजर आ रहे हैं।
1 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण का मतदान है। सभी पार्टियां अपने अपने चुनाव प्रचार में जोड़ों सोरों से लगी हुई है। 1 अप्रैल को नंदीग्राम में चुनाव होने वाला है । जहां एक तरफ पश्चिम बंगाल कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी खुद नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहे हैं।
कहा जाता है कि नंदीग्राम अधिकारी परिवार का गढ़ है यह वही नंदीग्राम है ।जहां से मुख्यमंत्री खुद वामपंथी सरकार से लड़ाई करने के बाद सत्ता में आई थी। बीते दिन नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनसभा को संबोधित करते हुए अपना गोत्र बताया कि वह शांडिल्य गोत्र की है। जब की वह जहां भी पूजा करती है वहां अपना गोत्र मां माटी मानुष बताती हैं।
इसी पर हमला करते हुए AIMIM प्रमुख और हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने ममता बनर्जी पर बार किया और ट्वीट करके लिखा कि दीदी क्या जिनका कोई गोत्र नहीं है उन्होंने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि राजनीति पार्टिया चुनाव जीतने के लिए खुद को हिंदू दिखाना जरूरी समझती है। यह नियमों के खिलाफ है। इसका खंडन करना चाहिए । उनका क्या जो किसी भगवान को नहीं मानते जो कोई चंडी पाठ को चालीसा नहीं करते।
बंगाल की राजनीति में जब से बीजेपी शामिल हुई है, तब से सभी पार्टियां धर्म को लेकर राजनीति करने में लगी हुई है एक तरफ जहां कहा जाता है कि बीजेपी धर्म की राजनीति कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि ममता हिंदू वोटर्स को आकर्षित करने के लिए लगातार अपने आप को हिंदू साबित करने की कोशिश कर रही है।
कभी चंडी पाठ तो कभी अलग-अलग मंदिरों में पूजा याचना करके हिंदू वोटर्स को अपनी ओर आकर्षित करने में लगी हुई है। इससे पहले कई बार ममता बनर्जी पर यह आरोप लगाया जा चुका है कि ममता बनर्जी जय श्री राम का नाम सुनते ही चिढ़ जाती है। बीते दिन जब ममता नंदीग्राम में जनसभा को संबोधित कर रही थी। तो उस दौरान उन्हें फिर से जय श्री राम का नारा सुनने को मिला।