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ममता सरकार में मंत्री जाकिर हुसैन पर हुआ हमला

अभिषेक पाण्डेय,
बंगाल में चुनाव के पहले एक के बाद एक कई नेताओं पर हमला होने की खबर सामने आ रही है. कुछ ही दिनों पहले भाजपा नेताओं पर बम और गोलियों से हमला हुआ था. अब बुधवार 17 फरवरी की रात पश्चिम बंगाल के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन के ऊपर बम से हमला किया गया.

कोलकाता लौटते वक्त किया गया हमला

सूत्रों की मानें तो बुधवार की देर रात वह जब कोलकाता लौट रहे थे, तभी मुर्शिदाबाद के निमतिता स्टेशन के पास उनके ऊपर बम फेंका गया. जिससे वह घायल हो गए. उन्हें जंगीपुर अस्पताल में तुरंत एडमिट करवाया गया. जहां पर प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें कोलकाता रेफर कर दिया गया. इसके बाद उन्हें जल्द ही कोलकाता लाकर एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया.

अब हैं खतरे से बाहर

एसएसकेएम में उनकी चिकित्सा होने के बाद उनकी स्थिति को स्थिर बताया गया है. बताया जा रहा है कि उनके साथ उस समय कई कार्यकर्ता भी शामिल थे, जिनमें से 22 लोगों के जख्मी होने की बात बताई जा रही है. अस्पताल के अधिकारियों की माने तो वह खतरे से बाहर हैं.

सीसीटीवी फुटेज की सहायता से अपराधियों को पकड़ने की कोशिश

सूत्रों की मानें तो जाकिर हुसैन ट्रेन पकड़ने जा रहे थे. उनके साथ उनके कई सहयोगी वह समर्थक भी वहां मौजूद थे. सभी समर्थक ‘जाकिर हुसैन जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे. तभी कहीं से उन पर एक बम फेंका गया. जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. हमला किसने किया? और यह हमला क्यों किया गया? इसकी जांच में पुलिस लगी हुई है. आसपास के सीसीटीवी फुटेज की सहायता से अपराधियों शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है.

पशु तस्करों के निशाने पर थे जाकिर हुसैन

जाकिर हुसैन के परिवार वालों का कहना है कि पार्टी के कुछ नेताओं के साथ उनकी अनबन थी. कुछ ही दिनों पहले उन्होंने रघुनाथ गंज थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी कि उन पर हमला किया जा सकता है. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक जाकिर हुसैन कई पशु तस्करों के टारगेट में थे. दरअसल उन्होंने पशु तस्करों के खिलाफ राज्य सरकार के पास एक लिखित शिकायत दर्ज की थी. इसके बाद वह उन पशु तस्करों के निशाने में आ गए. साथ ही इलाके के कुछ व्यापारियों के साथ भी उनका विवाद था.

अन्य दलों के नेताओं ने कानून व्यवस्था पर उठाया सवाल

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए यह टिप्पणी की कि राज्य में कानून की बहुत बुरी अवस्था है. यह साफ-साफ देखा जा सकता है. उनके अनुसार ईमानदार छवि वाले नेता जाकिर हुसैन का अपराध यही है कि उन्होंने पशु तस्करों के खिलाफ आवाज उठाया. इसी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी दुख जताते हुए कहा कि राज्य के एक भी मंत्री सुरक्षित नहीं हैं. साथ ही उन्होंने राज्य के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया.

भाजपा के नेताओं पर भी हुआ था हमला

आपको बता दें कि बुधवार को ही देर रात कोलकाता के फूल बागान इलाके में भी शुभेंदु अधिकारी सहित भाजयुमो कोलकाता उत्तर के अध्यक्ष श्री शिवाजी सिंह राय तथा अन्य कई नेताओं व कार्यकर्ताओं पर ईटों व लोहे के छोड़ो से हमला किया गया था. इस हमले में शिवाजी सिंह राय बुरी तरह घायल हुए हैं. इसके बाद उन्हें भी अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के पहले राज्य में हिंसा अपने चरम सीमा पर पहुंच चुकी हैं. ऐसे में राज्य के एक भी मंत्री व नेता सुरक्षित नहीं हैं.

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