आज का बड़ा सवाल : दिल्ली जाने के क्रम में बेपटरी तो नहीं हो जायेंगी टीएमसी की शताब्दी
डेस्क. विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में टूट दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. टीएमसी से एक के बाद एक बड़े नेता सांसद मंत्री विधायक इस्तीफा दे रहे हैं और भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं. इसका क्रम लगातार जारी है. इसी बीच सांसद शताब्दी राय ने तृणमूल कांग्रेस के आलाकमान के प्रति अपनी नाराजगी जगजाहिर की.
उन्होंने दिल्ली जाकर भाजपा में शामिल होने का संकेत भी दिया था. उम्मीद जताई जा रही थी कि शनिवार शाम को वह अमित शाह से मुलाकात कर सकती हैं, हालांकि शुक्रवार को दिन भर के घटनाक्रम के अनुसार जो शताब्दी शुक्रवार सुबह तक दिल्ली की ओर रवाना हो रही थी. वह शाम तक अभिषेक बनर्जी से मुलाकात के बाद बेपटरी होती नजर आ रही हैं.
इसके बावजूद लोगों की नजर उनके अगले कदम पर है. देखना यह दिलचस्प होगा कि वह दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करती हैं या नहीं? शुक्रवार शाम को उनके सुर बदले नजर आ रहे थे. उन्होंने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस नहीं छोड़ रही हैं.
आपको बता दें कि 2021 बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के साथ छोड़ने के बाद अब खबर ऐसी आ रही है कि तृणमूल सांसद व अभिनेत्री शताब्दी रॉय और पूर्व मेदिनीपुर के कांथी के सांसद शिशिर अधिकारी भी अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
गौरतलब है कि शिशिर अधिकारी के पुत्र और टीएमसी के पूर्व सांसद शुभेंदु अधिकारी सहित 6 विधायक और एक सांसद पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके है. अब दो और सांसदों के भाजपा में शामिल होने की खबर आ रही है. शताब्दी ने फेसबुक पर पोस्ट किया था कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र बीरभूम में काम नहीं करने दिया जा रहा है.
दूसरी तरफ शिशिर अधिकारी को पार्टी अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद वह तृणमूल से नाराज हैं और भाजपा में शामिल होने के संकेत दे रहे हैं. शताब्दी रॉय के ऐसा पोस्ट करने के बाद ही तृणमूल के कई वरिष्ठ नेता एवं वरिष्ठ सांसद उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. कुणाल घोष शताब्दी को मनाने उनके घर तक पहुंच गए और उनके घर जाकर उनसे मुलाकात भी की.
इसके बाद शताब्दी की अभिषेक बनर्जी के साथ एक बैठक भी हुई. बैठक के बाद यह खबर सामने आई कि पार्टी की ओर से शताब्दी रॉय को उनकी समस्या का निदान करने का आश्वासन दिया गया है. फिलहाल वह तृणमूल में ही है लेकिन पासा कब पलट जाए कोई नहीं बता सकता. सूत्रों का कहना है कि जल्द ही वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली जा सकती हैं.