बेलगाम हुए कुणाल घोष, राम-सीता के बाद अब बेडरूम में पहुंचे टीएमसी के नेता
ऐसा लग रहा है कि तृणमूल से एक-एक करके सभी नेताओं के दूसरे पार्टी में चले जाने के बाद तृणमूल के बाकी नेता अपने आपे से बाहर जा रहे हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भगवान राम और माता सीता के ऊपर टिप्पणी करने के बाद अब बंगाल की राजनीति बेडरूम तक पहुंच गई है.
गत बुधवार पटासपुर के एक सभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष बेलगाम हो गए. शोभन चटर्जी और वैशाखी बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि शोभन चट्टोपाध्याय आंचल से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.
वैशाखी ने कहा था कि उन्होंने शोभन को घूस लेते नहीं देखा था. इसपर कुनाल का कहना है कि शोभन ने बेडरूम में घूस नहीं लिया था. उन्होंने अपने चेंबर में रिश्वत ली थी. इसलिए वैशाली ने उन्हें घूस लेते हुए नहीं देखा.
शोभन के साथ-साथ कुणाल ने शुभेंदु अधिकारी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि शुभेंदु अधिकारी तय कर लें कि उन्हें कहां से हारना है. उन्होंने और भी कहा, “ऐसा रसगुल्ला खिलाएंगे की याद रखोगे. मीटिंग जनसभाओं में बाहर से आने वाले लोगों का रसगुल्ला खिला कर स्वागत किया जाता है.”
कुणाल घोष ने कहा, “शुभेंदु अधिकारी ने मुझे मानहानि का नोटिस दिया था. केस लड़ने में देरी की वजह से मुझे जुर्माना देना पड़ा था. मेरे जेल में होने का लाभ उठाकर उसने मेरे परिवार को परेशान किया था. अब सुदीप्तो सेन के बयान को आधार बनाकर मैं उस पर केस करूंगा.”
गौरतलब है की बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहे हैं, दोनों पार्टियों के बीच सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में तृणमूल के कुछ नेता अपने आपे से बाहर चले जा रहे हैं और कुछ भी बोल रहे हैं.