विधानसभा चुनाव में चिटफंड घोटाले को उछालेगी कांग्रेस
डेस्क. राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक है. इसकी तैयारी में लगभग सभी पार्टियां जुट गई हैं. वहीं कांग्रेस ने चिटफंड घोटाले को विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाने का मन बनाया है. आपको बता दें कि पिछले चुनावों में राज्य में चिटफंड घोटाले, नारदा स्टिंग ऑपरेशन ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी की काफी किरकिरी कर दी थी. इन मामलों में सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस के नेता सांसद और मंत्रियों के नाम जुड़े हुए थे.
भाजपा ने इन दोनों ही मामलों को खूब उछाला था. हालांकि इस बार भाजपा विधानसभा चुनाव में दोनों ही मामलों से दूरी बना रही है. दरअसल उन मामलों में आरोपित कई नेता तृणमूल छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने इन चिटफंड घोटालों को इस विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाने का फैसला किया है.
प्रदेश कांग्रेस ने 8 जनवरी को धर्मतल्ला चलो अभियान का आह्वान किया है. यह अभियान तृणमूल कांग्रेस की सरकार के दौरान हुए चिटफंड घोटाले, भ्रष्टाचार और विविध जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बुलाया गया है. कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच गोपनीय समझौते का भी आरोप लगाया है.
पार्टी की ओर से कहा गया है कि तृणमूल सरकार में चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वालों के करोड़ों रुपए डूब गए. इस अभियान के दौरान उनके रुपए वापस करवाने की मांग की जाएगी. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी इस अभियान की अगुवाई करेंगे. इस अभियान के साथ-साथ एक जनसभा का भी आयोजन किया जायेगा, जिसका संबोधन अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस के कई अन्य नेता भी करेंगे.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस राज्य सरकार के साथ-साथ भाजपा को भी अपने निशाने पर ले रही है.