बंगाल चुनाव परिणामों के बाद हो रही हिंसा में ‘फोरम फ़ॉर पीस, जस्टिस एन्ड एंटी करप्शन’ ने दी दखल
डेस्क: पश्चिम बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के उपरांत विपक्ष के राजनैतिक कार्यकर्ताओं के विरुद्ध बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है एवं पूरे राज्य में भारी संख्या में जान-माल की क्षति हुई है।
भाजपा वाले बंगाल में हो रहे इस हिंसा का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा रहे हैं। जबकि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के अनुसार यह भाजपा खुद करवा रही है।
इसके विरोध में ‘फोरम फ़ॉर पीस, जस्टिस एन्ड एंटी करप्शन (भारत)’ के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) IAS बिम्बाधर प्रधान को आयोग के दिल्ली स्थित मुख्यालय “मानवाधिकार भवन” में ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन के जरिये पश्चिम बंगाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद से यहां हो रही हिंसा के मद्देनजर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से इस हिंसा को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की गयी है।
उनसे यह अपील की गई है कि वह राज्य के नागरिकों के लगातार हो रहे मानवाधिकार के हनन को रोकने हेतु हस्तक्षेप करे एवं जरूरी कदम उठाए। प्रतिनिधिमंडल में फोरम के सचिव सन्तोष यादव एवं सह-सचिव आशुतोष झा शामिल थे।