चाहे ममता व्हीलचेयर पर चढ़े या कुछ कर ले, इसका कोई लाभ नहीं होने वाला है: जेपी नड्डा
डेस्क: बंगाल विधानसभा चुनाव में ज्यादा दिन नहीं बचे ऐसे में भाजपा बंगाल में अपना प्रभुत्व स्थापित करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दे रही है. इसमें कैलाश विजयवर्गीय काफी बड़ा हाथ है जबसे विजयवर्गीय को पार्टी के बंगाल प्रभारी का दायित्व दिया गया, बंगाल में लगातार भाजपा का विस्तार होने लगा.
बंगाल में 2018 पंचायत चुनाव में मिली जीत तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटों से जीत कैलाश विजयवर्गीय के मार्गदर्शन से ही संभव हो सका है. अब भाजपा की नजर विधानसभा चुनाव पर है. बंगाल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव से यहां की सभी पार्टियां परेशान है.
ऐसा कहा जा सकता है कि कैलाश विजयवर्गीय ने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के नाक में दम कर रखा है. कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था- बंगाल की राजनीति अन्य राज्यों की राजनीति से बिल्कुल अलग है. उनके अनुसार पहले वामपंथी दलों ने बंगाल में हिंसा की राजनीति की अब इस परंपरा को तृणमूल कांग्रेस आगे बढ़ा रही है. उनका कहना है कि बंगाल में भाजपा की सरकार आएगी और हिंसा की राजनीति को समाप्त करेगी.
साथ ही बंगाल में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ न्याय करेगी. उनके अनुसार बंगाल में जिस प्रकार लोग उनका समर्थन कर रहे हैं, इससे तय है कि 2021 विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस की विदाई होगी और बंगाल में भाजपा की सरकार सत्ता में आएगी.
नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ हुए हादसा पर उन्होंने कहा- पूरा देश उनके इस नाटक को देख रहा है. चुनाव आयोग ने भी साफ़ कर दिया है कि ममता बनर्जी पर हमला नहीं हुआ था. वह मात्र एक हादसा था. अब चाहे वह व्हीलचेयर पर चढ़े या कुछ और कर ले इसका कोई लाभ नहीं होने वाला है. बंगाल की जनता ने परिवर्तन को चुन लिया है पर परिवर्तन होकर रहेगी.