ममता बनर्जी के घर के सामने ‘आदिगंगा’ में पोस्टर लिये खड़े थे शिक्षक, हो गये गिरफ्तार
अभिषेक पाण्डेय, बंगाल में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर लंबे समय से पैरा टीचर और शिक्षा साथी सहायक प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से वह कई बार गुहार लगा चुके हैं.
इसके बावजूद उनकी मांग पूरी ना होता देख इन्होंने सीएम ममता बनर्जी के घर के सामने से बहने वाली नदी आदि गंगा में खड़े होकर हाथों में पोस्टर लिए प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि ऐसे तो मुख्यमंत्री उनकी बात सुन नहीं रही हैं, हो सकता है कि उनके घर के सामने नदी में खड़े होकर हम अपनी मांग रखें तो हमारी बात पर मुख्यमंत्री ध्यान दें. हालांकि ऐसा तो हुआ नहीं, वह गिरफ्तार कर लिए गए.
यह आदिगंगा नदी से कम एक बड़ा नाला का बन चुका है, दुर्गंध वाले नाले में कमर भर पानी में काफी देर तक ये प्रदर्शनकारी पोस्टर लेकर अपनी मांग के समर्थन में नारे लगाते रहे.
उधर, शिक्षक एक्य मुक्त मंच के तत्वावधान में रानी रासमणि रोड पर रविवार को राज्य के कॉन्ट्रैक्चुअल, एसएसके (शिशु शिक्षा केंद्र), एमएसके (माध्यमिक शिक्षा केंद्र), पैरा टीचर्स, वोकेशनल टीचर्स सहित 13 संगठनों के नाराज शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.
उसी संगठन के आठ शिक्षक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीधे मिलने व अपनी व्यथा बताने के मकसद से सुबह 11 बजे उनके आवास के पास आदिगंगा (गंदे पानी की खाल) में कूद गये. आदिगंगा मुख्यमंत्री के आवास के बायीं तरफ और अलीपुर सेंट्रल जेल की दीवार से सटी हुई है.
इसके बदबूदार पानी में पोस्टर के साथ खड़े शिक्षकों काफी देर तक अपनी आवाज़ बुलंद की. प्रदर्शन करनेवालों में शिक्षिका रुनु भक्त व रिंकू विश्वास भी थीं. उनके साथ शिक्षक शेख फारूख, शेख इजरायल, सैयद बाकेबिल्ला, सैफुल खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
शिक्षक एक्य मुक्त मंच के सचिव मैदुल इस्लाम का कहना है कि कॉन्ट्रैक्चुअल टीचर्स, वोकेशनल शिक्षकों, पारा शिक्षकों का सात सालों से कोई वेतन नहीं बढ़ाया गया है. शिक्षा मित्र के रूप में काम कर रहे शिक्षकों का सात सालों से ऑनेरियम बंद है.