“काला दिवस” के पालन हेतु धरना पर बैठे भाजपा के कई नेता
डेस्क: 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी। यह आपातकाल लगभग 2 वर्षों तक रहा। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर हजारों स्वयंसेवकों को कैद कर लिया गया था। साथ ही सभी अखबारों तथा छापाखानों में ताले लगा दिए गए थे। भारतीय राजनीति के उस दौर को काला दिवस के नाम से संबोधित किया जाता है।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि सत्ता के नशे में इंदिरा गांधी ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। इसी कारण प्रतिवर्ष 25 जून को भारतीय जनता पार्टी काला दिवस के रूप में मनाती है।
देश में कई जगहों पर आज भाजपा नेताओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला के प्रशासनिक मुख्यालय के सामने भी भारतीय जनता युवा मोर्चा हावड़ा सदर द्वारा धरना दिया गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा के कई नेता वहां उपस्थित थे।
उपस्थित हुए नेताओं में प्रमुख उमेश राय, प्रभाकर पंडित तथा ओमप्रकाश सिंह थे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर आपातकाल का विरोध करने वाले सभी भारतीयों को याद किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “हम उन सभी महानुभाव को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की।”
This is how Congress trampled over our democratic ethos. We remember all those greats who resisted the Emergency and protected Indian democracy. #DarkDaysOfEmergency https://t.co/PxQwYG5w1w
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2021