तीसरी बार राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित हुए बीएसएफ डीआइजी गुलेरिया
राष्ट्र के लिए सेवा के दौरान असाधारण कार्यों व वीरता के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया को 72वें गणतंत्र दिवस पर देश के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति पुलिस मेडल (गैलेंट्री) से सम्मानित किया गया है। बीएसएफ की ओर से बताया गया कि यह तीसरी बार है जब गुलेरिया को असाधारण व विशिष्ट सेवा के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ मिला है।
मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा तहसील अंतर्गत खैरिया गांव के रहने वाले गुलेरिया को इससे पहले उत्कृष्ठ सेवा कार्यों के लिए 2008 में प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियल सर्विस एवं 2016 में प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर डिस्टिंग्विश सर्विस, मिल चुके हैं। उन्हेंं प्रशिक्षण, ऑपरेशन तथा आपदा प्रबंधन में बेहतरीन कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के कई प्रशस्ति पत्र भी मिल चुके हैं।
गुलेरिया ने बीएसएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट 1987 में ज्वाइन किया था। उन्होंने बीएसएफ में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। कश्मीर तथा जम्मू में आतंकवाद के शुरुआती दौर में उन्होंने ड्यूटी की है तथा पंजाब, राजस्थान तथा बंगाल बॉर्डर पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गुलेरिया ने बंगाल बॉर्डर पर पशु तस्करी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। वह अपनी इमानदारी व कुशल प्रशासक के तौर पर बीएसएफ में जाने जाते हैं।
इधर, उनको तीसरी बार राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलने पर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आइजी) अश्विनी कुमार सिंह सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने खुशी जाहिर करते हुए इसे फ्रंटियर के लिए गौरव का क्षण बताया है। बताया गया कि गुलेरिया ने संयुक्त राष्ट्र (युनाइटेड नेशन) की पुलिस में भी कोसबो में डेपुटेशन पर एक वर्ष की सेवा दे चुके हैं। गुलेरिया को एनडीआरएफ की कोलकाता बटालियन तथा पटना बटालियन को स्थापित करने का भी श्रेय प्राप्त है। उन्होंने विभिन्न आपदाओं में एनडीआरएफ की तरफ से भाग लिया है।