बंगाल में चुनाव से पहले फिर बरामद हुए अवैध हथियार
मंजूषा चौधरी, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले स्पेशल टास्क फोर्स ने मालदा जिले में हथियार बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का पता लगाया. इस गिरोह में शामिल मुजरिमों को गिरफ्तार किया और उस फैक्ट्री को भी सील कर दिया गया है. सूत्रों की माने तो यह आर्म्स डीलर मुंगेर के रहने वाले थे जिनके नाम मोहम्मद आजम और मोहम्मद फारूक आलम बताया गया है. दोनों की उम्र लगभग 32 साल बताई गई है.
कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और मालदा जिला के पुलिस के साथ मिलकर मुंगेर के इन दो हथियार डीलरों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि यह दोनों बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने इनके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, 7 अर्ध निर्मित सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, और अत्याधुनिक हथियार बनाने के कई सामान जप्त किए हैं.
स्पेशल टास्क फोर्स की उपायुक्त अपराजिता रॉय को रविवार को कोलकाता के इस अवैध फैक्ट्री के बारे में जानकारी मिली. जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही हथियार बनाने वाले कारखाने की छापामारी की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही यह भी पता चला कि गरफ्तार किये गए दोनों अपराधी हथियार बनाने में विशेषज्ञ हैं. यह दोनों आरोपी समय-समय पर इस ठिकाने पर आकर आर्डर मिलने पर हथियार बनाते थे. उसके बाद यह इन हथियारों की सप्लाई अलग-अलग जगह पर कर देते थे.
हथियार फैक्ट्री का मकान मालिक हुआ फरार
कहा जा रहा है कि जिस मकान में अवैध हथियार का कारखाना चल रहा था, उसका मालिक भी कई दिनों से फरार है. पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है और उनके अवैध हथियार के कारखानों को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है. आर्म्स की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी गई है.