
डेस्क: चातुर्मास शुरू हो रहा है इस अवसर पर जैन मुनि का आगमन कोलकाता में हुआ यहां आने वाले चार महीना तक कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें सत्संग तथा वचन व बच्चों और नवयुकों के लिए भी कई कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर आज सुबह कोलकाता के विक्टोरिया हाउस से सुबह 7:00 बजे जैन संप्रदाय के मुनि के नेतृत्व में लोगों नाग विशाल भव्य शोभा यात्रा निकाली जो पैराडाइज सिनेमा से शुरू होकर मिशन रोड, आरएन मुखर्जी रोड, बर्बन रोड, राधा बाजार लें होते हुए 27 नंबर पोलोक स्ट्रीट में आकर संपन्न हुई।
यहां पहुंचने से पहले मार्ग में कई तरह के भक्ति में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन गुरु के समक्ष पेश किया गया गुरु के स्वागत में लोग नाचते गाते दिखे। इस दौरान क्या बच्चे क्या बूढ़े क्या नौजवान क्या महिला क्या पुरुष सभी भक्त के रस में शराबोर हो भक्ति रस का पान कर रहे थे।
इस दौरान जैन मुनि ने अपने भक्तों के समक्ष ज्ञान को बाटे जिसे वहां उपस्थित जैन समुदाय के उपस्थित लोगो ने ग्रहण किया व आने वाले समय में उसे अपने जीवन में प्रयोग करने की भी इच्छा व्यक्त की।
जैन मुनि गुरुदेव डॉ. आदर्शचन्द्र जी महाराज साहब का नवलखा उपाश्रय में भव्य चातुर्मास प्रवेश हुआ उन्होंने कहा कि चातुर्मास में 4 महीने बारिश होने के कारण कहीं भी आना जाना संभव नहीं होता है इसलिए एक ही स्थान पर बात करके साधना करते हैं और भक्तों के बीच ज्ञान बिखेड़ने का भी काम करते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि आज के समय में नव युवको का ध्यान विमुख हो रहा है धर्म से तो उन्होंने कहा कि कई सारे सोशल मीडिया हैं जिस पर लोग व्यस्त रहते हैं लेकिन उन्हें अपने एक पहाड़ जो है दिन में भी अगर भगवान की साधना करते हैं तो वह काफी है और उन्हें ऐसा करना चाहिए और ऐसा करते हुए उन्होंने तुलसीदास के दोहे को दोहराते हुए कहा कि इस पर लोगों को अमल करना चाहिए।
अपने मंगलकारी आशीर्वचन में गुरुदेव ने कहा कि यह चातुर्मास पिछले दो चातुर्मासों की तुलना में अत्यंत ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इस बार उपाश्रय परिसर में जैन भाव यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
जिसमें 24 तीर्थंकरों, समवसरण आदि से युक्त 99 दिवसीय भाव यात्रा होगी, जो न केवल नवलखा बल्कि सम्पूर्ण पूर्व भारत में एक ऐतिहासिक अवसर माना जाएगा।
आज के इस पावन अवसर पर पूर्व भारत जैन संघ के साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों से गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित हुए। जिनमें जिटो के धर्मेन्द्र जैन, प्रफुल मोदी, अशोक तुरखिया, हरीश जैन, संदीप जैन, अतुल दोशी, किरीट मेहता आदि, तथा नवलखा संघ के चंद्रेश मेघाणी, दीपक गथाणी, दिलेश पटेल, दिलेश भीमाणी, भरत भायाणी, निमिष शाह, जितुभाई शाह, भावेश छोवाटिया, पंकज देसाई, हर्षद शेठ, शशिभाई दोशी, पफुल लाखाणी, विकास खारा, दिनेश मेहता, घमेश भीमाणी, हेमल दफतरी, राजेश मोदी, कलपना बाखडा, चेतना कामाणी, भकती पारेख, हर्षा शाह, प्रमुख रूप से शामिल हुए।
इस ऐतिहासिक चातुर्मास में समाज जनों में अपार उत्साह एवं धर्म के प्रति गहन श्रद्धा देखने को मिली।