अभिषेक पाण्डेय, दरगाह फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने ‘इंडियन सेक्युलर फ्रंट’ का गठन करके पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हलचल पैदा कर दिया है. अब उन्होंने ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उनका कहना है कि ममता ने हिंदू मुसलमानों को दो भागों में बांट दिया और मुसलमानों का भला करने से ज्यादा उनका नुकसान किया है.
आपको बता दें कि अगले विधानसभा चुनाव को लेकर सिद्दीकी कांग्रेस-माकपा गठबंधन के साथ-साथ ओवैसी के पार्टी के साथ भी गठबंधन करने का प्रयास कर रहे हैं. उनका मानना है कि यह गठबंधन राज्य में ‘किंग मेकर’ साबित होगा. फुरफुरा शरीफ के पीरजादा पर आरोप लग रहे हैं कि वह तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम वोटों को काटने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं.
सिद्दीकी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में तृणमूल कांग्रेस सरकार ने केवल मुसलमानों और दलितों को मूर्ख बनाया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने केवल एक धारणा बनाई है कि यह सरकार मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत कुछ कर रही है. इसके अलावा और कुछ नहीं है.
सिद्दीकी ने कहा, “ममता बनर्जी ने वर्ष 1998 में भाजपा के साथ गठबंधन किया. वह वर्ष 2006 तक भाजपा के साथ गठबंधन में थी और एक केंद्रीय मंत्री भी थी. वह वर्ष 2005 में बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाने वाली पहली नेता थी. भाजपा अब ऐसा कर रही है. इससे हमारी विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वाले लोगों के असली रंग का पता चलता है.”
उनका और भी कहना है कि मुस्लिम तुष्टिकरण की धारणा की वजह से हिंदू-मुसलमानों के बीच एक दरार पैदा हो गई है और इसी धारणा की वजह से मुसलमानों का भलाई कम और नुकसान ज्यादा हुआ है.